जब हम अस्मद् शब्द का शब्द रूप जानने का प्रयत्न करते हैं सबसे पहले हमारे मन में एक ही बात आता है अस्मद् शब्द का रूप कैसे बनेगा क्योंकि शब्द के अंत में अर्ध द आता है, तो इसका तो हम अकारांत के भांति शब्द रूप नहीं बना सकते।
हालांकि अस्मद् भले ही अकारांत, आकारांत, इकारांत अथवा उकारांत या ऋकारांत ना हो परंतु ऐसे शब्द जिनके अंत में अर्ध शब्द छुपा होता है उसे प्रत्यांत कहते हैं, यह कई रूप में हो सकते हैं।
प्रत्यांत का अर्थ है, प्रत्यय शब्द से अंत होना चाहे वह कोई भी प्रत्यय हो तो मैं आपको बता दूं अस्मद् शब्द में अद प्रत्यय लगा है।
तो घबराने की बात नहीं है आज हम आपको बताएंगे कि आखिर अस्मद् शब्द का शब्द रूप कैसा होता है ? हालांकि अस्मद् शब्द का अर्थ आपको पता ही होगा , अगर नहीं पता तो मैं आपको बता दूं कि अस्मद् शब्द का अर्थ होता है, मैं, हम या हम लोग। क्योंकि यह सर्वनाम है और यह तीनों लिंगों में एक समान होता है।
और संस्कृत व्याकरण के अनुसार सर्वनाम मैं संबोधन विभक्ति नहीं होता है , चूँकि अस्मद् शब्द एक सर्वनाम है इसके शब्द रूप में संबोधन नहीं आएगा।
अस्मद् का शब्द रूप
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | अहम् | आवाम् | वयम् |
द्वितीया | माम् | आवाम् | अस्मान् |
तृतीया | मया | आवाभ्याम् | अस्माभिः |
चतुर्थी | मह्यम् | आवाभ्याम् | अस्मभ्यम् |
पञ्चमी | मत् | आवाभ्याम् | अस्मत् |
षष्ठी | मम् | आवयोः | अस्माकम् |
सप्तमी | मयि | आवयोः | अस्माषु |
अस्मद् के समानार्थी शब्द
- अस्ररोधिनी
- अस्रफली
- अस्रमातृका
- अस्रय,अस्ररोधिनी
- अस्रर्ज्क
- अस्रु
- अस्ल
- अस्ली
- अस्व
- अस्वंत
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